” भारती समाजवादियों के बदलते रंग ” ;
- dhairyatravelsraip
- 1 अग॰ 2021
- 2 मिनट पठन
कम्युनिस्टों ने आखिर कार भगवा रंग अपने ऊपर चड़ा ही लिया :
Ramayana: संघ परिवार से जंग…अब भगवान राम की ‘शरण’ में कम्युनिस्ट, रामायण पर ऑनलाइन संवाद
RSS केरल की राजनीति (Kerala Politics) में नया परिदृश्य देखने को मिल रहा है। आरएसएस के खिलाफ वैचारिक जंग में अब सीपीआई (CPI) ने नया प्रयोग किया है। पार्टी की मलप्पुरम जिला कमिटी ने रामायण पर ऑनलाइन संवाद (Ramayana Discourse) का सिलसिला शुरू किया है।; केरल में सीपीआई ने रामायण पर शुरू किया ऑनलाइन संवाद
एक हफ्ते की टॉक सीरीज में रामायण पर वक्ताओं ने रखे विचार
संघ परिवार के खिलाफ वैचारिक जंग में माना जा रहा है हथियार
मलप्पुरम जिला कमिटी के एफबी पेज से हुआ संवाद का आगाज. रामलला के दर्शन कर बोले BSP नेता सतीश चंद्र मिश्रा, ‘हम तो ब्राह्मण हैं, रोज राम की पूजा करते हैं’. कोझिकोड संत कबीरदास का एक दोहा है- सबमें रमै रमावै जोई, ताकर नाम राम अस होई। इन दिनों प्रभु राम सियासत में नई संभावनाओं के प्रतीक बनते दिख रहे हैं। तकरीबन हर दल के एजेंडे में मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने अपना ‘रंग’ बदलते हुए रामायण का रुख किया है। केरल में पार्टी की मलप्पुरम जिला कमिटी ने रामायण पर ऑनलाइन संवाद की सीरीज शुरू की है। इसे दक्षिणपंथी संगठनों और संघ परिवार (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के खिलाफ सियासी जंग में नया हथियार माना जा रहा है।
सीपीआई मलप्पुरम जिला कमिटी का आयोजन सीपीआई मलप्पुरम की जिला कमिटी ने अपने फेसबुक पेज पर सात दिवसीय ऑनलाइन संवाद का सिलसिला शुरू किया है। इसमें पार्टी के राज्य स्तरीय नेता भी रामायण और राम पर अपनी बात रख रहे हैं। रामायण और भारतीय विरासत (Ramayana and Indian Heritage) इस संवाद सीरीज का टाइटल है। 25 जुलाई को शुरू हुई इस चर्चा का आज समापन है। ध्यान दें :
अब क्रांति का क्या होगा ?

टिप्पणियां